अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनातनी के बीच ईरान की राजधानी तेहरान स्थित इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक यात्री विमान क्रैश हो गया है. यह विमान यूक्रेन का था और इसमें सवार सभी 170 यात्री मारे गए.
ईरान के रेड क्रिसेंट की ओर से कहा गया है कि तेहरान से उड़ान भरने के बाद बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए एक यूक्रेनी यात्री विमान में सवार सभी 170 लोग मारे गए हैं.
अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी ISNA से संबंधित रेड क्रिसेंट के प्रमुख ने बताया कि स्पष्ट रूप से यह असंभव है कि PS-752 में सवार यात्री जीवित बच जाए. विमान में सवार सभी 170 यात्री और चालक दल सवार मारे गए हैं. यूक्रेन के विदेश मंत्री ने भी स्वीकार किया कि सभी 170 यात्री हादसे में मारे गए हैं.
बताया जा रहा है कि फ्लाइट नंबर पीएस 752 विमान जब हादसे का शिकार हुआ तो वह 7900 फीट की ऊंचाई पर था.
ईरानी समाचार एजेंसी ने बताया कि तकनीकी खराबी के कारण विमान उड़ान भरने के बाद ही क्रैश हो गया. फिलहाल, राहत और बचाव कार्य शुरू हो गया है. अभी पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है.
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ISNA ने बताया कि बोइंग 737 जेट एक तकनीकी समस्या के कारण टेक ऑफ करने के तुरंत बाद ईरान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यूक्रेन जा रहे इस विमान में 180 यात्रियों और चालक दल से सदस्य सवार थे.
अमेरिकी सैन्य बेस पर ईरानी हमला
विमान हादसा से पहले ईरान और अमेरिका के बीच संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए थे. पिछले लंबे समय से दोनों के बीच तनातनी जारी है और दोनों देशों के बीच जंग की आशंका के बीच इराक स्थित अमेरिकी सेना के ठिकानों पर हमला हुआ है. सैन्य ठिकानों पर ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बोला.
खबरों के मुताबिक इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दर्जन भर से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई हैं. पेंटागन का कहना है कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है. ये हमले अल असद और इरबिल के दो सैन्य ठिकानों पर हुए हैं.
ईरान की बदला लेने की धमकी
इराक के अल असद के जिस ठिकाने पर ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बोला है, वहां 2018 में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गए थे. अमेरिका और ईरान के बीच तनातनी शुक्रवार को तेज हो गई थी, जब अमेरिका ने बगदाद में ड्रोन हमला कर ईरान के कुद्स कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था. इसके बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनातनी काफी बढ़ गई थी.
अपने सैन्य कमांडर के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने की धमकी दी थी, जिस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कल ही कहा था कि इसके बुरे नतीजे होंगे.